विभिन्न प्रकार के कम्प्यूटर को उनकी कार्यप्रणाली ,क्षमता आकार , ओर उनके उपयोग के आधार पर निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया गया है।
- माइक्रोकम्प्यूटर
- मिनी कम्प्यूटर
- मेनफ्रेम कम्प्यूटर
- सुपर कम्प्यूटर
माइक्रो कम्प्यूटर
यह कम्प्यूटर आकार मे सबसे छोटे होते है। इन्हे माइक्रो कम्प्यूटर कहने के दो कारण हैं प्रथम ये कि ये छोटे होते हैं तथा द्वितीय इनमें माइक्रो प्रोसेसर को काम में लिया जाता हैं इनका उद्भव 1970 के लगभग हुआ था इसका निर्माण अमेंरिका में इन्टेल काॅर्पोरेशन के द्वारा किया गया था । प्रारम्भ में 8 बिट् माइक्रो प्रोसेसर चिप को काम में लिया गया इसके पष्चात 16 बिट् 32 बिट् माइक्रो प्रोसेसर चिप का प्रयोग किया गया इन्हे पर्सनल कम्प्यूटर या डेस्कटाॅप कम्प्यूटर भी कहा जाता हैं ।
इनकी मुख्य विशेषताएं-
1. आकार मे सबसे छोटे होतेे है
2. ये कम्प्यूटर बहुत सस्ते होते है।
3. इनकी संग्रहण क्षमता सीमित होती है।
4. इन पर एक समय में एक ही व्यक्ति द्वारा कार्य किया जा सकता है
मिनी कम्प्यूटर
इन कम्प्यूटर्स का उद्भव सन् 1960 के लगभग हुआ। ये कम्प्यूटर आकार में माइक्रो कम्प्यूटर से बडे होते हैं इनकी गति माइक्रो कम्प्यूटर्स से लगभग 5 गुना अधिक होती हैैं मिनी कम्प्यूटर्स का उपयोग व्यापार, वाणिज्य, के अतिरिक्त वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यो में भी किया जाता हैं इन पर एक समय में 4 से 8 उपयोगकर्ता टाइम शेयरिगं मोड में कार्य कर सकते हैैं
इनकी मुख्य विशेषताएं
1. ये कम्प्यूटर्स आकार में माइक्रो कम्प्यूटर से बडे होते हैं
2. इनकी संग्रहण समता अपेक्षाकृत अधिक होती है
3. इनका उपयोग व्यापार बैकिंग रिजर्वेशन आदि कार्यो में किया जाता है
4. एक समय मे एक से अधिक व्यक्तियो द्वारा कार्य किया जाना संभव है
मेनफ्रेम कम्प्यूटर
प्रारम्भिक कम्प्यूटर अपने बडे आकार के कारण मेनफ्रेम कहलाते है। आज भी बड़े आकार के कम्प्यूटर्स के लिए ये शब्द प्रयोग मे लिया जाता हैं ये कम्प्यूटर बहुत शक्तिषाली होतेे हैं । तथा इनकी संग्रहण क्षमता भी अधिक होती हैं इनकी गति लगभग 500 MIPS (मिलियन इन्ट्रक्षन पर सेकण्ड़ ) होती हैं इनका उपयोग बड़ी कम्पनियो बैकों सरकारी संस्थानो में मुख्य कम्प्यूटर के रूप में किया जाता हैं इनका उपयोग एक ही समय में 128 उपयोगकर्ताओ द्वारा टाइम शेयरिगं मोड में किया जा सकता हैं
इसकी मुख्य विशेषताएं
1. आकार में बहुत बड़े होते हैं ।
2. इनकी संग्रहण क्षमता तथा कार्य करने की गति अत्यधिक तीव्र होती हैे
3. इसका उपयोग वृहद संस्थाओ, जटिल गणितीय गणनाओं एवं अनुसंधान कार्यों हेतु किया जाता हैं
सुपर कम्प्यूटर
इन कम्प्यूटर्स का उपयोग अत्यधिक जटिल गणनाओें के क्रियान्विन हेतु किया जाता हैं ये कम्प्यूटर प्रथम कम्प्यूटर ऐनिएक से 5 मिलियन गुणा ज्यादा तीव्र होते है। ये 1000 MIPS की गति से कार्य करने मे सक्षम होते इनकी संग्रहण क्षमता बहुत होती। जटिल वेैज्ञानिक अनुप्रयोगो जैसे -मौसम भविष्यवाणी, आणविक अनुसंधान मिसाइल संरचना आदि जैसे कार्यो में किया जाता हैं
इन कम्प्यूटर्स की मुख्य विशेषताएं
1. इनकी संग्रहण क्षमता अत्यधिक होती हैं
2. इनकी प्रोसेसिगं क्षमता अत्यधिक तीव्र होती हैं
3. इन पर एक समय में अनेक व्यक्तियों द्वारा कार्य किया जाना संभव हैं
4. इन कम्प्यूटर्स में मल्टी प्रोसेसिंग तकनीक का प्रयोग किया जाता हैं
कार्य प्रणाली के आधार पर कम्प्यूटर
Digital Computer(ड़िजीटल कम्प्यूटर)
इनका उपयोंग बाइनेरी 0,1 या true, (सही) false (गलत) सिग्नल के द्वारा किया जाता है। ये सिग्नल ड़िस्क्रोट होते है। जैसे केलक्यूलेटर आदि इनका प्रयोग व्यापार ,घर व अन्य सभी कार्यो के लिए होता है।
Analog Computer (एनालाॅग कम्प्यूटर) -
इसमें ड़ाटा ट्रांसमिशन (data transmission) एक सीधी रेखा में होता हैं जिसे एनालाॅग ट्रांसमिशन कहते हैं ये कम्प्यूटर भौतिक मात्राओ जैसे - दाब, तापमान, लम्बाई, आदि को मापकर उनके परिणाम को अंको में व्यक्त करते है। ये कम्प्यूटर पेट्रोल पम्ंप जेसे स्थानो पर अत्यधिक लगे होते हैं
Hybrid Computer हाइब्रिड़ कम्प्यूटर
इनमें एनालाॅग व ़िडजिटल कम्प्यूटर दोनो की विषेषताएं होती हैं इसका मुख्य उपयोग चिकित्सा के क्षेत्र में होता है।
Micro computer - (माइक्रो कम्प्यूटर )
इनमें ALU और CPU एक ही चिप में लगे होते हैं अर्थात इस कम्प्यूटर पर एक ही मदर बोर्ड़ पर ही इनपुट आउटपुट का प्रयोग किया जाता है। किसी दूसरी मषीन को ओपरेटेड़ करने में इसका प्रयोग होता है।
Mini Computer (मिनीकम्प्यूटर)
सामान्यतया दैनिक आवष्यक क्षेत्रो में काम आने वाले कम्प्यूटर desktop computer कहलाते है ये ड़ाटा को अधिक तेजी से संसोधित कर सकते है अतः इसमें बेसिक भाषा का प्रयोंग किया गया।
Main Frame computer -
मनफे्रम कम्प्यूटर इसमें अति उच्च भण्ड़ारण की क्षमता होती है। हजारो कम्प्यूटरो को जोड़कर इसको बनाया जाता हैे Main Frame computer का प्रयोग बैंको बड़ी कम्पनीययों एंव सरकारी विभागों में होता है।
Super computer (सुपर कम्प्यूटर)
ये आकार मे काफी बड़े होते है। तथा तेज गति अत्यधिक संग्रहण क्षमता के कारण सुपर कम्प्यूटर कहलाते हैं अतः इनका प्रयोग अतिविषिष्ट कार्यो के लिए होता है सेटेलाइट को कन्ट्रोल करनेे का कार्य इसी के द्वारा होता है।
- दुनिया का पहला कम्प्यूटर Super Computer - Cray
- भारत का पहला कम्प्यूटर Super Computer – Param
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