सांख्यिकी (Library Statistics in Hindi)

सांख्यिकी शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के Statistics के लैटिन भाषा शब्द Status से हुई है। सांख्यिकी को तथ्य, आँकड़े, ड़ेटा, आदि नामों से जाना जाता है। सांख्यिकी शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग गे्रड़क्रीड़ अकैन्युल ने किया। इसलिए सांख्यिकी का जन्मदाता भी कहा जाता है। ड़ाॅक्टर एस. आर. रंगनाथन ने सांख्यिकी के लिए लिब्रामेट्री शब्द का प्रयोग किया है। तथा विषय का निर्माण किया है। आजकल नई तकनीक का विकास हो रहा है। जिसे अर्थमिति कहते है।

Library Science With Rakesh Meena
सांख्यिकी
किसी भी संस्था अथवा सरकार द्वारा स्पष्ट जानकारी कम से कम समय मे प्राप्त करने के लिए सांख्यिकी सर्वदा लाभप्रद है। पुस्तकालस मे विभिन्न गतिविधियां क्रियाकलाप तथा सेवाओ मे प्रगति अथवा अनुमान लगाने के लिए पुस्तकालय संख्यिकी का होना अत्यंत आवश्यक है। पुस्तकालय से तात्पर्स है कि ग्रंथालय प्रतिदिन सम्पादिन किये जाने वाले कार्य का संख्या के रूप मे अभिलेखन रखने से है। सांख्यिकी को तथ्य, डेटा, आॅंकडे आदि केे नाम से भी जाना जा सकता है। और वर्तमान मे इसे अर्थमिति कहते है।

पुस्तकालय सांख्यिकी अर्थ एवं परिभाषाए:- उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के शब्द स्टेकिस व लेटिन भाषा के शब्द स्टेटस हुई है। स्टेटस का अर्थ है पाॅलिटिकल स्टेट ग्रेड फिट अकैन्युल ने सर्वप्रथम स्टेटिश शब्द का प्रयोग किया है इसलिए इन्हे सांख्यिकी का जनक भी कहा जाता है। इन्होने ज्ञान की शाखा को लोजिकल ओर्डर मे व्यवस्थित किया है। सांख्यिकी शब्द का प्रयोग हम दो प्रकार से कर सकते है।

1.     किसी भी सामाजिक एवं वैज्ञानिक तथ्य या घटना स्थल आॅकडो से लिया गया है।
2.     सांख्यिकी विषय के लिए प्रयोग किया गया डाॅ. रंगनाथन का मानना था कि ग्रंथालय के दिन प्रतिदिन के कार्याे मे सुधार के लिए सांख्यिकी तकनीक का प्रयोग किया जाना चाहिये।

परिभाषा


लोन्वेट:- सांख्यिकी वह ज्ञान है जो संस्था सम्बन्धी तथ्यो का संग्रहण, वर्गीकरण तथा सारणी से सम्बन्ध रखता है।
कारमेल:- सांख्यिकी का विषय उन आंकडो के संग्रहण, प्रस्तुतिकरण, वर्णन व विश्लेषएा से सम्बन्ध रखता है।
सिलिग्मे:- सांख्यिकी वह विज्ञान है जो किसी विषय पर प्रकाश डालने के उदेश्य से संग्रह किये गये आंकडो के संग्रहण, वर्गीकरण, प्रदर्शन, तुलना व व्याख्या करने कि विधियो कि विवेचना करता है।

उद्धेश्य

पुस्तकालय सांख्यिकी के द्वारा पुरूतकालय कि उन्नति का पता चलता है।
पुस्तकालय के कर्मचारियो के कार्यभार का पता लगाना है।
पुस्तकालय मे प्रतिदिन निर्गमित होने वाली पुस्तको कि जानकारी पुस्तकालय सांख्यिकी द्वारा निर्मित की जाती है।

पुस्तकालय सांख्यिकी की आवश्यकता

ग्रंथालय मे तथ्यो को स्पष्ट एवं प्रमाणिक रूप से प्रस्तुत करने मे सहायक होती है।
निती निर्धारण मे भी पुस्तकालय सांख्यिकी सहायक होती है।
ग्रंथालय कि वर्तमान पद्धति तथा कार्य निष्पादन पर नियंत्रण रखने के लिए आवश्यक होती है।
पुस्तकालय मे सांख्यिकी द्वारा तथ्यो को संक्षिप्त रूप मे लिया जाता है।
पुस्तकालय मे सांख्यिकी द्वारा प्रतिव्यक्ति ग्रंथालय व्यय, पुस्तको कि संख्या तथा पुस्तको का उपयोग आदि को ज्ञात किया जा सकता है।

पुस्तकालय सांख्यिकी के प्रकारः-

1     पुस्तक अर्जन अनुभाग
2     तकनीकी अनुभाग
3     परिसंचरण अनुभाग
4     संदर्भ सेवा अनुभाग
5     गं्रथ आदान-प्रदान अनुभाग
6     सदस्यता अनुभाग
7     सामयिक अनुभाग

      1     पुस्तक अर्जन विभाग ¼Book Acquisition Section½ ः- पुस्तको के यह विभाग पाठको के लिए अध्ययन सामग्री का चयन व अर्जन है। पाठ्य सामग्री का अर्जन क्रय करके ही किया जाता है। लेकिन कुछ ग्रंथ उपहार स्वरूप भी अर्जित किये जाते है। पुस्तकालय मे इस प्रकार की सांख्यिकी रखना आवश्यक है कि पुस्तकालय मे एक वर्ष मे कितने नये ग्रंथ अर्जित किये गये है। गंथो का विवरण विषयानुसार संख्यात्मक ज्ञान रखना आवश्यक है। इसके द्वारा गं्रथालय में पुस्तकों की बढो़तरी के बारे में पता चलता है। साथ ही गं्रथ अर्जन विभाग के कर्मचारियों पर पड़ने वाले भार का अनुमान लगाया जा सकता है। महाविद्याालय व विश्वविद्यालय मे सांख्यिकी विषय अनुसार रखना उचित है। 
      2     परिसंचरण विभाग:- पुस्तकालय मे महत्वपूर्ण तथा उपयोगी सांख्यिकी पुस्तको के उपयोग के सम्बन्ध मे मानी जाती है। जो सभी पुस्तकालय मे होना या रखना आवश्यक है क्योकि इन्ही आंकडो के द्वारा पुस्तकालय की वास्तविक स्थिति क ज्ञान होता है। पुस्तकालय में निम्न प्रारूप में कागज मुद्रित या साइक्लोस्टारल करवा लेना चाहिए।
      3     तकनीकी विभाग:- अधिग्रहण, वर्गीकरण, सुचीकरण आदि विभाग तकनीकी विभाग कहलाते है।:- पुस्तकालय में इस विभाग के अन्तर्गत तकनीकी कार्य सम्पन्न किये जाते है। यह ऐसा विभाग होता है जिसमे पाठक सीधे सम्पर्क मे नही आता है इस विभाग के अन्तर्गत कर्मचारी ग्रंथो से सम्बनिधत तकनीकी कार्यो को सम्पन्न करके ग्रंथो को गति प्रदान करते है। तकनीकी विभाग मे कर्मचारियो का कार्य वर्गीकरण करना, सूचीकरण करना, ग्रंथो का पकरग्रहण करना इत्यादि होता है। तकनीकी विभाग सांख्यिकी दो प्रकार की हाती है  1. वर्गीकरण की सांख्यिकी    2.  सूचीकरण की सांख्यिकी
      4     ग्रंथ अदान-प्रदान विभाग:- इस विभाग के अन्तर्गत पुस्तको का आदान-प्रदान किया जाता है पुस्तकालय का यह विभाग बहुत महत्वपूर्ण होता है इस विभाग के अन्तर्गत पाठको का पंजीकरण किया जाता है। व अन्तरग्रंथालय आधर पर पाठको को दुसरे पुस्तकालय से ग्रंथ उपलब्ध कराये जाते है। सार्वजनिक पुस्तकालय मे पुस्तकालयो कि सदस्य संख्या आयु, लिंग व व्यवसाय के आधार पर वर्गीकरण किया जाता है। इस विभाग से पाठको की मुख्य अध्ययन रूचियो का ज्ञान होता है। ग्रंथ संकलन की उपयोगिता का भी ज्ञान होता है।
      5     संदर्भ सेवा विभाग:- संदर्भ सेवा विभाग मे कर्मचारियो के द्वारा पाठको कि सहायता कि जाती है। सदंर्भ विभाग के कर्मचारियो के कार्यभार का मुल्यांकन उनके द्वारा रखी गयी सांख्यिकी के द्वारा ही किया  जाता है। संदर्भ सेवा विभाग की सांख्यिकी को दो प्रकार से विभाजित किया जा सकता है। (1) त्वरित संदर्भ  (2) दीर्घ संदर्भ सेवा
      6     सदस्यता विभाग:- पुस्तकालय कि लोकप्रियता तथा कर्मचारियो पर कार्यभार सदस्यो कि संख्या पर निर्भर करता है। इसलिए सदस्यता मे पंजीयन सदस्यो के सम्बन्ध मे सांख्यिकी होना आवश्यक है सार्वजनिक पुस्तकालय मे सदस्यता के सम्बन्ध मे सांख्यिकी केन्द्रीय पुस्तकालय तथा विभिन्न शाखाओ मे रखी जानी चाहिये। प्रतिदिन पुस्तकालयो मे सदस्यो कि सदस्यता समाप्त हो जाती है। अतः किसी विशेष दिन पुस्तकालयो मे कितने सदस्य है यह जानने के लिए सदस्यो की सदस्यता समाप्त हो जाती है उनकी संख्या को वर्तमान संख्या से घटा देना चाहिये।
      7     सामयिक अनुभाग:- पुस्तकालय का यह विभाग महत्वपूर्ण है। यह विभाग पत्र-पत्रिकओ से सम्बन्धित होता है। पुस्तकालय का यह विभाग बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस विभाग मे सामयिक प्रकाशनो का अर्जन किया जाता है। इस विभाग मे शोध करने वाले पाठक आते है। शोधकर्ता सामयिक विभाग मे दो प्रकार की सांख्यिकी रखी जाती है। प्रथम प्रकार के आंकडो से ज्ञात होता है कि पुस्तकालय मे विषयानुसार कितने पत्र-पत्रिकाओ का क्रय किया जाता है। दूसरे प्रकार की सांख्यिकी से ज्ञात होता है कि विभाग मे कितने पाठक पत्र-पत्रिकाओ के अध्ययन के लिए आते है। दोनो प्रकार की सांख्यिकी सामयिक विभाग के प्रतिदिन कार्य पर पूरा नियंत्रण रखती है।

Post a Comment

0 Comments