सूचना के प्राथमिक स्रोत | PRIMARY SOURCES OF INFORMATION

ऐसी सूचना जो पहली बार किसी सूचना स्रोत में प्रकाशित होती है उसे प्राथमिक स्रोत कहा जाता है अर्थात् प्राथमिक स्रोतों में प्रकाशित होने वाली सूचना, तथ्य तथा आविष्कार पहली बार प्रकाशित होते हैं जो मूल शोध अथवा प्रथम निरीक्षण के निष्कर्ष पर आधारित होते हैं।

1  पत्रिकायें (Perodicals)

2   शोध प्रतिवेदन (Research Reports)

3   सम्मेलन कार्यवाही (Conference Proceeding)

4   एकस्व (Patents)

5   मानक (Standard)

6   औद्योगिक एवं व्यावसायिक साहित्य (Industrial & TradeLliterature)

7   शोध प्रबन्ध (Thesis)

8   अप्रकाशित स्रोत (Unpublished Sources)

9   शोध पत्रिका

10  अधिकारिक प्रकाशन

11   पाण्डुलिपियां

सूचना के प्राथमिक स्रोत  | PRIMARY SOURCES OF INFORMATION
सूचना के प्राथमिक स्रोत  | PRIMARY SOURCES OF INFORMATION


1. पत्रिकायें (Perodicals) - प्राथमिक स्रोतों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान पत्रिकाओं का ही होता है यह एक सामयिक प्रकाशन है। इसमे किसी भी विषय के बारे में नवीन जानकारी प्रदान करने में पत्रिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के क्षेत्र में प्रकाशित होने वाली कुछ महत्वपूर्ण पत्रिकायें निम्नांकित हैं-

1. Libra

2. IASLIC Bulletion

3. ASLIB Bulletion

4. ILA Bulletion

5. Journal of the American Society for Information Science

6. Library of Congress Information Bulletion

7. Bulletion of Nehru Memorial Museum and Library etc.

2. शोध प्रतिवेदन (Research Reports) - इस प्रकार के प्रलेखों में वर्णित सूचना किसी विषय पर प्राथमिक व विस्तृत तथा अधिक मौलिक प्रकृति की होती है।

शोध प्रतिवेदनों के कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण निम्नांकित हैं

1.     Research Reports of the effects of food price and subsidypolicies-

3. सम्मेलन कार्यवाही (Conference Proceedings) - ये कार्यवाही वैज्ञानिक तथा तकनीकी सूचना संचार में भी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।

सम्मेलन साहित्य को निम्नांकित तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है-

1.     सम्मेलन पूर्व साहित्य  

2.     सम्मेलन के दौरान प्रकाशित

3.     साहित्य सम्मेलन पश्चात् प्रकाशित साहित्य

1- Proceeding of International Conference on Ranganathan Philosophy, New Delhi, ILA.

2- Proceeding of New Education Policy,ViS&A&VVLibrary development in India, New Delhi, ILA.

4. एकस्व (Patents) - वैसे देखा जाये तो एकस्व जैसे प्रलेखों की शुरूआत 1852 मे हुई थी। एकस्व की सहायता से वैज्ञानिक, इंजीनियर, रचनाकार, निर्माता, प्रणेता को अपने अविष्कारों को निश्चित समय के लिये बेचने या खरीदने का अधिकार दिया जाता है। एकस्वों के अन्तर्गत निम्नांकित सूचनाओं को शामिल किया जाता है-

1.     शीर्षक                

2.     संक्षिप्त वक्तव्य          

3.     चित्र व्याख्या

4.     विशिष्ट वितरण

5.     प्रमाणीकरण इत्यादि

एकस्व कानून संशोधन 1852 में पारित हुआ था तथा इसके अनुसार समस्त स्वीकृत एकस्व मुद्रित होने चाहिये ।

प्राथमिक स्रोत एकस्वों के कुछ उदाहरण निम्नांकित है-

Official Gazettee of the United States Patent Office-

Official Journal of Patent Office U.K.

5. मानक (Standard) - मानक औद्योगिक उत्पादन की मात्रा, आकार कार्य प्रक्रिया तथा शब्दावली सम्बन्धी नियम हैं तथा यह सूचना का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

6 औद्योगिक एवं व्यावसायिक साहित्य (Industrial&Trade literatur) विभिन्न औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थाओं द्वारा प्रकाशित किये जाने वाले साहित्य को भी प्राथमिक स्रोत के अन्तर्गत रखा जाता है । इस प्रकार के साहित्य को निम्नांकित दो भागों में विभाजित किया जा सकता है

1.     व्यावसायिक एवं औद्योगिक उन्नति के लिये प्रकाशित साहित्य,

2.     कर्मचारियों से सम्बन्धित प्रकाशित साहित्य ।

7. शोध प्रबन्ध (Thesis) - किसी विशिष्ट विषय में किये गये मौलिक कार्यों के अभिलेख को शोध प्रबन्ध कहा जाता है। विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर एवं उच्च अध्ययनरत छात्रों की योग्यता की जाँच के लिये शोध प्रबन्ध की सहायता ली जाती है।

शोध प्रबन्ध के कुछ उदाहरण निम्नांकित हैं-

 1-     VERMA (SC)  Library Cooperation in India.

 2-     DHYANI (P)  Use of Library classification schemes inindexing Libraries with special reference to         India-

 3-  DALBIR SINGH : Library education in India.

8. अप्रकाशित स्रोत (Unpublished Sources) - अप्रकाशित स्रोत सूचना प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। यह भी सूचना के प्राथमिक स्रोतों का प्रतिनिधित्व करते है  लेकिन यह अप्रकाशित होने के कारण इनका अधिक उपयोग एवं प्रचार नहीं हो पाता जितना की प्रकाशित स्रोतों का हो पाता है । अप्रकाशित सूचना के स्रोतों में अग्रांकित प्रकार के स्रोत आते हैं

1.     कम्पनी फाइल्स        

2.     लेटर्स

3.     हस्तलिखित पत्रिकायें

4.     मेमोरेन्डम इत्यादि

प्राथमिक सूचना स्रोतों की विशेषताएँ (Characteristics)

        I     प्राथमिक सूचना स्रोतों में निहित सूचना मौलिक होती है।

        II      इनमें निहित सूचनाएँ नवीन विषयों पर प्रकाशित होती है।

       III    शोधकर्ता अपने किए गए नवीन शोधकर्ता के सम्बन्ध में इन स्रोतों के माध्यम से ही दूसरे. शोधकर्ताओं को अवगत कराता है। जिनका लाभ उन्हें अपने नवीन शोधकर्ता में सहायता प्रदान करता है।

Post a Comment

0 Comments